..और डिवोर्स हो गया। (लघुकथा)


शादी हुई।गृहस्थी शुरू हुई।पति की आदतें सामने आई।डिब्बे में रखी, रोटियां गिनना।एक-आध बच जाने पर पत्नी को नसीहतें देना। दाल-सब्जी बनाने के प्रमाण पर कड़ी बहस। पत्नी के पास कितने जोड़ी जूतें-चपलें, कितनी साड़ियां, कितने सूट,कितने गाउन, कितने पर्स.. और उनमें 100, 200,500 के कितने नोट-चिल्लर.. सभी की गिनती मुंह जबानी पति के पास। पत्नी नई चीज नही खरीद सकती क्यों कि पहले से वह चीज घर में मौजूद।..पत्नी परेशान हुई। पहले का जमाना होता, तो पति की ज्यादती सहन करके गृहस्थी में बनी रहती...लेकिन वह भी नई पीढ़ी की थी। फिर क्या हुआ..

...और डिवोर्स हो गया।😢


- Aruna Kapoor

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